| 1. | उनका व्यय देना स्वीकार किया तो इनकार न कर सके और अयोध्याजी की
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| 2. | 3. अभिभावकों को ब्रह्राचारियों की पुस्तकें, वस्त्र तथा भोजन, दूध, घी आदि का व्यय देना होगा।
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| 3. | इस पर नोविल महोदय (साहव) ने इनको 250 पौंड की छात्रवृत्ति देने के अतिरिक्त प्रारम्भिक व्यय तथा यात्रा व्यय देना भी स्वीकार कर लिया ।
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| 4. | पंडितजी असमंजस में पड़े, परन्तु जब उन लोगों ने उनका व्यय देना स्वीकार किया तो इनकार न कर सके और अयोध्याजी की यात्रा का ऐसा सुअवसर पा कर न रुक सके।
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| 5. | पंडितजी असमंजस में पड़े, परन्तु जब उन लोगों ने उनका व्यय देना स्वीकार किया तो इनकार न कर सके और अयोध्याजी की यात्रा का ऐसा सुअवसर पा कर न रुक सके।
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